आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हर कोई चाहता है कि उसके खाने की थाली में ताज़ी और केमिकल-फ्री सब्जियाँ हों। लेकिन हर बार बाज़ार से ऑर्गेनिक सब्जियाँ खरीदना महंगा भी पड़ता है और भरोसेमंद भी नहीं होता। ऐसे में घर पर सब्जी उगाना (Home Gardening) एक बेहतरीन और सुकून देने वाला विकल्प बन गया है। अगर आप भी सोचते हैं कि आपके पास न तो खेत है, न ज़्यादा जगह है, तो परेशान मत होइए। बस आपकी छत, बालकनी, आंगन या खिड़की के पास थोड़ा-सा स्पेस, थोड़ी मेहनत और सही जानकारी हो, तो आप आसानी से अपना किचन गार्डन शुरू कर सकते हैं।
चलिए जानते हैं – घर पर सब्जी उगाने की शुरुआत कैसे करें, किन पौधों से करें, कौन-कौन से सामान चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।
सबसे पहले तय करें कहां करें गार्डनिंग?
- छत (Terrace): सबसे अच्छी जगह, जहाँ धूप और हवा भरपूर मिलती है
- बालकनी (Balcony): छोटी जगह में वर्टिकल गार्डन या गमले का उपयोग करें
- खिड़की के पास (Window Side): हर्ब्स, धनिया, पुदीना जैसे छोटे पौधे
- आंगन या आंटी-स्पेस: बड़े गमले या बेड बनाकर सब्जियां उगा सकते हैं
ध्यान रखें: कम से कम 5-6 घंटे की धूप ज़रूरी है, तभी पौधे अच्छे से बढ़ेंगे।

Step-by-Step: घर पर सब्जी उगाने की शुरुआत कैसे करें?
गार्डनिंग के लिए ज़रूरी सामान जुटाएं
सामान | क्यों ज़रूरी है |
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गमले या ग्रो बैग | पौधे लगाने के लिए |
अच्छी मिट्टी | ग्रोथ के लिए पोषक तत्व |
खाद (गोबर, वर्मी कम्पोस्ट) | जैविक पोषण |
बीज या पौधे | सब्जी उगाने के लिए |
स्प्रे बोतल या छोटा पाइप | सिंचाई के लिए |
तसला/खुरपी | मिट्टी और पौधों के काम के लिए |

मिट्टी और खाद तैयार करें
सही मिट्टी पौधों के लिए जान है।
एक अच्छी मिक्स मिट्टी में ये चीज़ें मिलाएं:
- 40% सामान्य किचन गार्डन मिट्टी
- 30% गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट
- 30% रेत या कोकोपीट (नमी बनाए रखने के लिए)
नीम खली या बोन मील भी मिला सकते हैं, ताकि कीटों से सुरक्षा हो और मिट्टी ताकतवर बने।
इन 5 आसान पौधों से शुरुआत करें
सब्जी का नाम | क्यों आसान है |
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टमाटर | बीज से भी और पौधे से भी आसानी से उग जाता है |
धनिया | तेज़ी से उगता है, कम जगह में होता है |
मेथी | बीज छिड़कने से 10-12 दिन में तैयार |
पालक | ठंडी जगह और कम धूप में भी अच्छा बढ़ता है |
पुदीना | एक बार लगाओ, हर मौसम में चलता है |

पौधों की रोपाई कैसे करें?
- गमले में नीचे कुछ छोटे पत्थर रखें ताकि पानी निकले
- फिर मिट्टी का मिश्रण भरें
- बीजों को 1 से 1.5 सेमी नीचे दबाकर ऊपर हल्की मिट्टी डालें
- पानी छिड़कें – बहुत ज्यादा नहीं, हल्का गीला रखें
- गमले को धूप वाली जगह पर रखें, लेकिन तेज़ धूप से पहले 2-3 दिन बचाएं
बीज वाले पौधों को अंकुरित होने में 5–7 दिन लगते
सिंचाई और देखभाल कैसे करें?
- सुबह या शाम को ही पानी दें
- जब मिट्टी सूखी लगे तभी पानी दें – ओवरवॉटरिंग से बचें
- पत्तियों पर पानी डालने के बजाय जड़ों में डालें
- हर 10-15 दिन में जैविक खाद डालते रहें
- सूखी या पीली पत्तियों को हटा दें
घर का बचा हुआ चाय पत्ती, सब्जियों का छिलका, छाछ भी खाद के रूप में काम करता है।

कीटों से कैसे बचाएं?
- हर 4–5 दिन में नीम का पानी या नीम तेल स्प्रे करें
- लहसुन-अदरक का घोल बनाकर स्प्रे कर सकते हैं
- तुलसी या गेंदा जैसे पौधे साथ लगाएं – कीट दूर भागते हैं
- पत्तियों के नीचे कीट चेक करें और जरूरत पड़े तो उन्हें हटा दें
कुछ आम सवाल
Q क्या घर पर सब्जियाँ उगाना मुश्किल है?
बिलकुल नहीं। अगर आप थोड़ा समय और ध्यान दें, तो ये बहुत आसान और मजेदार काम है।
Q कौन से पौधे सबसे जल्दी उगते हैं?
- धनिया, मेथी, पालक – ये 10–15 दिन में आ जाते हैं
- पुदीना, तुलसी – कटिंग से जल्दी लग जाते हैं
Q क्या बरसात में गार्डनिंग करनी चाहिए?
हाँ, लेकिन ध्यान रहे कि पानी जमा न हो, और पौधों को बहुत तेज़ बारिश से बचाएं।
निष्कर्ष – घर का मिनी फार्म खुद बनाएं
घर पर सब्जी उगाना न सिर्फ हेल्दी और सस्ता है, बल्कि ये एक सुकून देने वाला अनुभव भी है। आप जब खुद अपने हाथों से कुछ उगाते हैं, तो उसका स्वाद और संतुष्टि दोनों अलग ही होती है।
आज ही शुरुआत करें – एक गमले से, एक बीज से और एक भरोसे से।
कुछ ही हफ्तों में आपको अपनी मेहनत की हरियाली ज़रूर दिखेगी।