गाँव की बेटी योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक छात्रवृत्ति योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की मेधावी लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को 12वीं के बाद उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत सरकार हर साल छात्राओं को एक निश्चित आर्थिक सहायता देती है, जिससे वे कॉलेज की फीस या अन्य शैक्षणिक खर्च आसानी से उठा सकें। इसका मकसद यह है कि परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति उनकी पढ़ाई में रुकावट न बने और वे आत्मनिर्भर बन सकें। यह योजना सिर्फ पैसों की मदद नहीं, बल्कि एक भरोसा भी देती है कि अगर आप मेहनत करेंगी, तो सरकार आपके साथ खड़ी है।
योजना का उद्देश्य
गाँव की बेटी योजना के पीछे सरकार की सोच स्पष्ट है: यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करने का कार्य करती है। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि परिवार की आर्थिक स्थिति के कारण बेटियों की पढ़ाई में कोई रुकावट न आए। सरकार चाहती है कि गाँव की लड़कियाँ भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए शिक्षा की ओर बढ़ें, ताकि वे आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें। इस योजना के तहत आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, ताकि लड़कियाँ अपनी पढ़ाई जारी रख सकें और भविष्य में समाज में अपनी पहचान बना सकें। इसके माध्यम से सरकार महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, जो उन्हें एक मजबूत और स्वतंत्र नागरिक बना सके।
- ग्रामीण लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना
- परिवार की आर्थिक स्थिति के कारण पढ़ाई न छूटे
- बेटियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना
यह योजना सिर्फ आर्थिक मदद नहीं देती, बल्कि एक भरोसा भी देती है कि अगर आप मेहनत करेंगी, तो सरकार आपके साथ खड़ी है।

कौन ले सकता है इस योजना का लाभ? (पात्रता की शर्तें)
पात्रता की शर्त | विवरण |
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निवास | मध्य प्रदेश का स्थायी निवासी होना ज़रूरी है |
क्षेत्र | केवल गाँव (ग्रामीण क्षेत्र) में रहने वाली छात्राएँ पात्र हैं |
शैक्षणिक योग्यता | 12वीं कक्षा में 60% या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हों |
विद्यालय की मान्यता | छात्रा को मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल से मान्यता प्राप्त स्कूल से 12वीं पास करनी चाहिए |
कॉलेज में नामांकन | छात्रा को किसी सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी कॉलेज में एडमिशन लेना ज़रूरी है |

कितनी मिलती है छात्रवृत्ति? (आर्थिक सहायता की जानकारी)
विवरण | जानकारी |
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सालाना राशि | ₹5,000 प्रति वर्ष |
वेतन की अवधि | यह राशि केवल एक वर्ष के लिए दी जाती है, लेकिन हर साल अच्छे प्रदर्शन पर इसे नवीनीकरण कराया जा सकता है |
भुगतान का तरीका | छात्रा के बैंक खाते में सीधा ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से |
आवेदन कैसे करें? – स्टेप बाय स्टेप प्रक्रिया
अब जान लेते हैं कि अगर कोई छात्रा इस योजना का लाभ लेना चाहती है, तो उसे क्या करना होगा।
स्टेप 1: ऑनलाइन पोर्टल पर जाएँ
मध्य प्रदेश सरकार के छात्रवृत्ति पोर्टल पर जाएँ:
http://scholarshipportal.mp.nic.in
स्टेप 2: पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) करें
नई छात्रा को पहले पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए आधार कार्ड जरूरी है।
स्टेप 3: “गाँव की बेटी योजना” चुनें
लॉगिन के बाद योजना सूची में से “गाँव की बेटी योजना” का चयन करें।
स्टेप 4: फॉर्म भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें
जरूरी जानकारी भरें और नीचे दिए गए दस्तावेज़ अपलोड करें:
- 12वीं की मार्कशीट
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- निवास प्रमाण पत्र
- कॉलेज एडमिशन का प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
स्टेप 5: आवेदन जमा करें
फॉर्म को अच्छे से जाँचकर सबमिट करें और उसका प्रिंटआउट निकाल लें। कभी-कभी कॉलेज में भी इसकी कॉपी जमा करनी पड़ती है।

कुछ जरूरी बातें जो आपको ध्यान रखनी चाहिए
- आवेदन हर साल एक तय तारीख से पहले करना होता है, इसलिए पोर्टल की तारीखें समय-समय पर चेक करते रहें।
- यह योजना केवल पहली बार 12वीं के बाद कॉलेज में दाख़िला लेने वाली छात्राओं के लिए लागू होती है।
- योजना का लाभ लेने के लिए कॉलेज में नियमित उपस्थिति और अच्छा प्रदर्शन ज़रूरी है।
निष्कर्ष:
गाँव की बेटी योजना सिर्फ एक स्कॉलरशिप नहीं है, बल्कि एक भरोसा है कि अगर आप पढ़ना चाहती हैं, तो कोई भी मजबूरी आपको रोक नहीं सकती। यह योजना उन ग्रामीण बेटियों के लिए है जो पढ़ाई में मेहनती हैं लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर हैं। अगर आप या आपके परिवार में कोई बेटी इस योजना के योग्य है, तो देर मत कीजिए — आज ही आवेदन करें।