कम जमीन, ज्यादा मुनाफा: किसानों के लिए 90 दिन की फ्री ट्रेनिंग और 40% सब्सिडी में करें मधुमक्खी पालन, आवेदन की अंतिम तिथि न चूकें!

किसानों के लिए सुनहरा मौका: कम लागत में शुरू करें मधुमक्खी पालन का काम अगर आप किसान हैं और सोच रहे हैं कि बिना ज्यादा जमीन और निवेश के भी कुछ नया किया जा सकता है, तो यह जानकारी आपके लिए किसी अवसर से कम नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार अब किसानों को मधुमक्खी पालन (Beekeeping) सिखाने के लिए 90 दिन की निशुल्क ट्रेनिंग दे रही है। साथ ही सरकार 40% तक की सब्सिडी भी दे रही है ताकि आप इस काम को आसानी से शुरू कर सकें। चलिए जानते हैं इस योजना से जुड़ी हर जरूरी जानकारी, कैसे आप आवेदन कर सकते हैं और इससे किस तरह की कमाई की जा सकती है।

योजना का उद्देश्य क्या है?

राज्य सरकार का मकसद है कि किसानों की आमदनी बढ़े, उन्हें खेती के साथ-साथ अन्य व्यवसायों का भी विकल्प मिले। मधुमक्खी पालन एक ऐसा ही व्यवसाय है जिसमें:

  • कम जगह लगती है
  • कम लागत में शुरू किया जा सकता है
  • शहद बेचकर अच्छी कमाई होती है
  • परागण के कारण फसलों की पैदावार भी बढ़ती है

इस तरह से आप समझ सकते हैं कि यह ट्रेनिंग सिर्फ रोजगार नहीं, बल्कि खेती में गुणवत्ता सुधार का भी एक जरिया है।

ट्रेनिंग कहां और कब होगी?

सरकार द्वारा यह 90 दिनों की ट्रेनिंग तीन जगहों पर दी जाएगी

प्रशिक्षण केंद्रस्थान
औद्यानिक प्रशिक्षण केंद्रसहारनपुर
औद्यानिक प्रशिक्षण केंद्रबस्ती
राजकीय उद्यानप्रयागराज
ट्रेनिंग की अवधि:

16 सितंबर 2025 से 15 दिसंबर 2025 तक होगी। महत्वपूर्ण:
आपको यह ध्यान रखना होगा कि आवेदन की अंतिम तिथि 16 सितंबर 2025 है। इसके बाद आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

किसे मिलेगा ट्रेनिंग में मौका?

इस ट्रेनिंग के लिए कोई बड़ी डिग्री नहीं चाहिए। सरकार ने पात्रता बहुत सरल रखी है:

  • न्यूनतम योग्यता: 8वीं पास
  • पुरुष, महिलाएं, सभी वर्ग के लोग आवेदन कर सकते हैं
  • ट्रेनिंग के दौरान आवास और भोजन का खर्च प्रतिभागी को खुद उठाना होगा

आवेदन कैसे करें?

इच्छुक उम्मीदवार अपने नजदीकी ट्रेनिंग सेंटर में जाकर आवेदन कर सकते हैं:

  • सहारनपुर या बस्ती: संबंधित संयुक्त निदेशक, उद्यान विभाग के कार्यालय से संपर्क करें
  • प्रयागराज: राजकीय उद्यान अधीक्षक से संपर्क करें

आवेदन के साथ जरूरी दस्तावेज़:

  • दो चरित्र प्रमाण पत्र (राजपत्रित अधिकारी या दो सम्मानित व्यक्तियों द्वारा हस्ताक्षरित)
  • शैक्षणिक प्रमाण पत्र की कॉपी
  • पासपोर्ट साइज फोटो

ट्रेनिंग के बाद क्या फायदा होगा?

ट्रेनिंग पूरी करने के बाद आप अपने स्तर पर मधुमक्खी पालन शुरू कर सकते हैं। इसमें:

  • सरकार की ओर से 40% तक की सब्सिडी मिलती है
  • शहद बेचकर अच्छी कमाई की जा सकती है
  • बाजार में प्राकृतिक शहद की काफी डिमांड है
  • आप अन्य किसानों को भी ट्रेनिंग देकर कमाई का नया रास्ता बना सकते हैं

यह स्कीम क्यों है खास?

  • खेती की परंपरागत सीमाओं को तोड़ती है
  • कम समय में, कम खर्च में, ज्यादा लाभ
  • पर्यावरण को भी लाभ होता है
  • शहद उत्पादन से एक्सपोर्ट तक का रास्ता खुलता है
    • इस तरह से आप समझ सकते हैं कि मधुमक्खी पालन सिर्फ एक छोटा व्यवसाय नहीं, बल्कि कृषि आधारित उद्यमिता का बड़ा अवसर है।

निष्कर्ष:

अगर आप वाकई में खेती से हटकर कुछ नया करना चाहते हैं या खेती में ही स्मार्ट तरीका अपनाना चाहते हैं, तो यह ट्रेनिंग आपके लिए एक शानदार शुरुआत हो सकती है।

अंतिम तिथि: 16 सितंबर 2025
आवेदन के लिए नजदीकी उद्यान विभाग से तुरंत संपर्क करें।

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