आज के समय में खेती किसान की अंतिम मंज़िल नहीं, बल्कि एक शुरुआत बन चुकी है। अगर किसान परिवार का कोई युवा खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहता है, तो मध्य प्रदेश सरकार की “मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना” उसमें उसकी मदद करती है। इस योजना के तहत युवाओं को अपना उद्योग, व्यापार या सेवा शुरू करने के लिए बैंक लोन, सब्सिडी और गारंटी जैसी आर्थिक सहायता दी जाती है। योजना का उद्देश्य है ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना। चलिए जानते हैं कि इस योजना का लाभ किन्हें मिलता है और कैसे आप इसका आवेदन कर सकते हैं।
योजना क्या है? – आसान भाषा में समझिए
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना एक ऐसी योजना है जो किसान परिवार के बेटों-बेटियों को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने में मदद करती है। इसके तहत सरकार से सब्सिडी (आर्थिक सहायता) और बैंक से आसान लोन मिल सकता है।
इसका मकसद है कि किसान का बेटा या बेटी सिर्फ खेत तक सीमित न रहे, बल्कि वो कोई दुकान, उद्योग, सेवा या व्यापार शुरू करे — ताकि परिवार की आमदनी बढ़े और गांवों में रोज़गार के मौके पैदा हों।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
आपको यह ध्यान रखना होगा कि योजना का फायदा हर किसी को नहीं, बल्कि खास योग्य लोगों को ही मिलता है। चलिए इसे आसान पॉइंट्स में समझते हैं:
पात्रता की शर्त | क्या होना ज़रूरी है? |
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आवेदक की उम्र | 18 से 45 वर्ष |
निवास | मध्य प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए |
परिवार की पृष्ठभूमि | किसान परिवार से होना ज़रूरी है (नाम भू-अभिलेख में दर्ज होना चाहिए) |
शिक्षा | कम से कम 10वीं पास |
रोजगार स्थिति | सरकारी नौकरी में न हो, स्वरोजगार की इच्छा हो |
इस तरह से आप समझ सकते हैं कि यह योजना उन्हीं युवाओं के लिए है, जो सच में मेहनत करके कुछ करना चाहते हैं।

मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना में कितनी आर्थिक मदद मिलती है?
अगर आप खुद का कारोबार शुरू करना चाहते हैं और आपकी योजना की लागत 10 लाख रुपये तक है, तो सरकार इसमें आपकी मदद के लिए आगे आती है। इस योजना के तहत सरकार आपको परियोजना लागत का 15% तक अनुदान (सब्सिडी) देती है। लेकिन अगर आप बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवार से हैं, तो यह सहायता बढ़कर 20% तक हो सकती है।
अब ज़रा और विस्तार से समझते हैं:
- सामान्य वर्ग के लोगों को कुल लागत का 15% तक की आर्थिक मदद मिलती है।
- लेकिन अगर आप बीपीएल, ओबीसी, महिला, अल्पसंख्यक, या विकलांग व्यक्ति हैं, तो आपको 30% तक की सब्सिडी मिल सकती है।
इस तरह से सरकार यह सुनिश्चित करती है कि ज़रूरतमंद और सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों को ज्यादा सहायता मिले।
महिलाओं के लिए खास फायदे
इस योजना में महिलाओं को विशेष लाभ दिए जाते हैं। अगर कोई महिला खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहती है, तो उसे बैंक से लिए गए लोन पर 6% तक ब्याज में छूट मिलती है। वहीं, पुरुषों के लिए भी 5% तक की ब्याज छूट का प्रावधान है। यह छूट 7 साल तक लागू रहती है, जिससे लोन चुकाना आसान हो जाता है।

आवेदन कैसे करें? – प्रक्रिया को स्टेप बाय स्टेप समझिए
अब जब आप जान चुके हैं कि योजना क्या है और इसमें क्या-क्या फायदा मिलता है, तो चलिए अब यह भी समझ लेते हैं कि आवेदन कैसे करना है।
आवेदन की प्रक्रिया:
- सबसे पहले: http://mmsky.mp.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
- नया पंजीकरण करें – अपने आधार, मोबाइल और जरूरी दस्तावेज़ों के साथ।
- योजना का चयन करें – ‘कृषक उद्यमी योजना’ को चुनें।
- बिज़नेस प्लान अपलोड करें – आप कौन सा काम शुरू करना चाहते हैं, इसका संक्षिप्त विवरण दें।
- बैंक का चयन करें – अपनी सुविधा के अनुसार बैंक चुनें।
- प्रस्ताव स्वीकृति और लोन प्रक्रिया – आवेदन जांच के बाद बैंक लोन जारी करता है।
आपको यह ध्यान रखना होगा कि दस्तावेज़ सही और पूरी जानकारी के साथ दिए जाएं, वरना आवेदन रिजेक्ट हो सकता है।
कौन-कौन से बिज़नेस किए जा सकते हैं?
यह योजना सिर्फ खेती से जुड़े कामों तक सीमित नहीं है। आप किसी भी छोटे या मध्यम स्तर के उद्योग, सेवा या व्यापार में इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
उदाहरण के लिए:
- डेयरी खोलना
- ट्रैक्टर या कृषि यंत्र किराए पर देना
- किराना या कृषि उत्पाद की दुकान
- मोबाइल रिपेयरिंग, साइबर कैफे, प्रिंटिंग प्रेस
- फूड प्रोसेसिंग यूनिट
इस तरह से आप समझ सकते हैं कि विकल्प बहुत सारे हैं — बस मन में लगन और योजना की सही जानकारी होनी चाहिए।
जरूरी दस्तावेज़ – ये साथ रखें
जब आप आवेदन करें, तो ये कागज़ात तैयार रखें:
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (यदि आरक्षित वर्ग से हैं)
- मार्कशीट (कम से कम 10वीं)
- भू-अभिलेख (पिता या परिवार के नाम की जमीन का प्रमाण)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक पासबुक की कॉपी
- बिज़नेस प्लान
कहां से मिलेगी और जानकारी?
अगर आपको योजना से जुड़ी और जानकारी चाहिए या ऑनलाइन आवेदन में कोई दिक्कत आ रही है, तो आप अपने जिले के उद्योग विभाग कार्यालय या जन सेवा केंद्र (CSC) से संपर्क कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना उन युवाओं के लिए बड़ा अवसर है जो सिर्फ नौकरी की तलाश में भटकने की बजाय खुद का कुछ करना चाहते हैं। यह सिर्फ आर्थिक मदद नहीं, बल्कि एक आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया गया कदम है।
अगर आप या आपके परिवार में कोई युवा स्वरोजगार शुरू करना चाहता है, तो यह योजना उसके लिए है। समय की मांग है कि हम आगे बढ़ें, सोच बदलें और उपलब्ध योजनाओं का सही इस्तेमाल करें।