कृषि पर राष्ट्रीय सम्मेलन – रबी अभियान 2025 : 3 अक्टूबर से शुरू होगा ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’जाने और जानकारी

कृषि हमारे देश की रीढ़ है और हर वर्ष, इसके बेहतर विकास के लिए नए-नए कदम उठाए जाते हैं। इसी दिशा में, केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन – रबी अभियान 2025 के समापन पर कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इस सम्मेलन में किसानों के हित में कई अहम योजनाओं और कदमों पर विचार किया गया, जो आगामी रबी सीजन 2025-26 में कृषि उत्पादन को बढ़ाने में सहायक होंगे।

रबी सीजन 2025 के लिए बड़ा लक्ष्य

रबी सीजन 2025-26 के लिए केंद्र सरकार ने 362.50 मिलियन टन कृषि उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है। यह लक्ष्य निश्चित तौर पर कृषि क्षेत्र में सुधार और वृद्धि का प्रतीक है। यह भी सुनिश्चित करने की योजना है कि किसानों को सही तकनीकी सहायता और संसाधन समय पर मिलें, ताकि यह लक्ष्य पूरा किया जा सके।

“विकसित कृषि संकल्प अभियान” की शुरुआत

3 अक्टूबर 2025 से एक नया और महत्वपूर्ण अभियान शुरू होने जा रहा है, जिसका नाम है विकसित कृषि संकल्प अभियान। यह अभियान केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि किसानों को वैज्ञानिक और आधुनिक कृषि पद्धतियों से जोड़ने की दिशा में एक कदम है। इसका उद्देश्य देशभर में कृषि में बदलाव लाना और उन्नत कृषि तकनीकों को किसानों तक पहुंचाना है।

आपको यह ध्यान रखना होगा कि इस अभियान का एक प्रमुख पहलू “लैब से लैंड” है। यानी, जो शोध और विज्ञान हमारे कृषि विश्वविद्यालयों और प्रयोगशालाओं में हो रहे हैं, उन्हें सीधे खेतों तक पहुंचाया जाएगा। इस तरह से वैज्ञानिक तकनीक का लाभ किसानों को मिलेगा और उनकी उत्पादकता में वृद्धि होगी।

नकली उत्पादों पर सख्ती

सम्मेलन में एक और महत्वपूर्ण बिंदु पर जोर दिया गया – वह है नकली उत्पादों की बिक्री पर सख्त कार्रवाई। केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि किसानों को गुणवत्ता वाले बीज, खाद और कीटनाशक मिलें, यह सुनिश्चित किया जाएगा। नकली और घटिया उत्पादों की बिक्री किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए कड़े कानून बनाए जा रहे हैं, ताकि किसानों का शोषण करने वाले आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई हो सके।

पीएम फसल बीमा योजना का विस्तार

केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) को लेकर भी एक अहम कदम उठाने का फैसला किया है। यह योजना प्राकृतिक आपदाओं और फसल हानि से प्रभावित किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। केंद्रीय मंत्री ने राज्यों से अपील की है कि वे इस योजना को और अधिक किसानों तक पहुंचाएं। यह योजना किसानों को किसी भी प्राकृतिक संकट से उबरने में मददगार साबित हो सकती है।

कृषि विज्ञान केंद्रों और विस्तार सेवाओं का सशक्तिकरण

हमारे किसानों को उन्नत कृषि ज्ञान और तकनीकी जानकारी देने में कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) और राज्य कृषि विस्तार सेवाओं की भूमिका अहम है। मंत्री ने इन केंद्रों को और अधिक सक्रिय बनाने की बात की। इन केंद्रों के माध्यम से किसानों को जल संरक्षण, जैविक खेती, फसल प्रबंधन और आधुनिक कृषि उपकरणों के उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी।

केंद्र और राज्य का सहयोग

सम्मेलन के दौरान यह भी तय किया गया कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम करेंगी। यह साझेदारी कृषि क्षेत्र के विकास को नई दिशा देगी। केंद्रीय मंत्री ने राज्यों से अनुरोध किया कि वे “विकसित कृषि संकल्प अभियान” को एक जन आंदोलन के रूप में अपनाएं और इसे गांव-गांव तक पहुंचाएं।

प्रधानमंत्री का आभार

सम्मेलन के अंत में, केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट किया। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र को लेकर जो प्रयास हो रहे हैं, उनका किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने सभी किसानों और कृषि क्षेत्र से जुड़े हितधारकों से अपील की कि वे “विकसित भारत” के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दें।

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